हे यहोवा मेरे वचनों पर कान लगा ; मेरे ध्यान करने की ओर मन लगा। भजन संहिता 5:1 |
हे मेरे राजा, हे मेरे परमेश्वर , मेरी दोहाई पर ध्यान दे , क्योंकि मैं तुझी से प्रार्थना करता हूं। भजन संहिता 5:2 |
हे यहोवाभोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूंगा।भजन संहिता 5:3 |
क्योंकि तू ऐसा ईश्वर नहीं जो दुष्टता से प्रसन्न हो ; बुराई तेरे साथ नहीं रह सकती। भजन संहिता 5:4 |
घमंडी तेरे सम्मुख खड़े होने न पांएगे; तुझे सब अनर्थकारियों से घृणा है। भजन संहिता 5:5 |
तू उन को जो झूठ बोलते हैं नाश करेगा ; यहोवा तो हत्यारे और छली मनुष्य से घृणा करता है। भजन संहिता 5:6 |
परन्तु मैं तो तेरी अपार करूणा के कारण तेरे भवन में आऊंगा, मैं तेरा भय मानकर तेरे पवित्र मन्दिर की ओर दण्डवत् करूंगा। भजन संहिता 5:7 |
हे यहोवा, मेरे शत्रुओं के कारण अपने धर्म के मार्ग में मेरी अगुवाई कर; मेरे आगे आगे अपने सीधे मार्ग को दिखा। भजन संहिता 5:8 |
क्योंकि उनके मुंह में कोई सच्चाई नहीं; उनके मन में निरी दुष्टता है। उनका गला खुली हुई कब्र है, वे अपनी जीभ से चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं। भजन संहिता 5:9 |
हे परमेश्वर तू उन को दोषी ठहरा ; वे अपनी ही युक्तियों से आप ही गिर जाएं ; उन को उनके अपराधों की अधिकाई के कारण निकाल बाहर कर , क्योंकि उन्होंने तुझ से बलवा किया है॥ भजन संहिता 5:10 |
परन्तु जितने तुझ पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें, वे सर्वदा ऊंचे स्वर से गाते रहें; क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है, और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों। भजन संहिता 5:11 |
क्योंकि तू धर्मी को आशिष देगा ; हे यहोवा , तू उसको अपने अनुग्रहरूपी ढाल से घेरे रहेगा॥ भजन संहिता 5:12 |